पूर्वरूप संधि – (poorva Roop Sandhi) – Poorav Roop Sandhi Ke Udaharan – एडः पदान्तादति, संस्कृत व्याकरण

पूर्वरूप संधि – Poorva Roop Sandhi Sanskrit

‘एङः पदान्तादति’ सूत्र द्वारा संहिता के विषय में यदि पद के अन्त में एङ् (ए, ओ) (स्वर) आए और उसके बाद ह्रस्व ‘अ’ आए तो पूर्व एवं पर वर्गों के स्थान पर पूर्वरूप संधि एकादेश होता है, तथा अकार की स्पष्ट प्रतीति के लिए अवग्रह चिह्न (ऽ) हो जाता है।

पूर्वरूप संधि के नियम

इनके क्रमशः पूर्वरूप संधि

पूर्वरूप संधि के उदाहरण – (Poorva Roop Sandhi Sanskrit Examples)

(अ) ए + अ = ए

अन्ते + अपि = अन्तेऽपि
ते + अत्र = तेऽत्र
हरे + अव = हरेऽव
मे + अन्तिके = मेऽन्तिके
दीर्घ + अहनि = दीर्घऽहनि

(आ) ओ + अ = ओ

विष्णो + अत्र = विष्णोऽत्र
सो + अवदत् = सोऽवदत्
रामो + अहसत् = रामोऽहसत्
को + अपि = कोऽपि

poorva Roop Sandhi in Sanskrit

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