Shubh Dhatu Roop In Sanskrit – शुभ् धातु के रूप की परिभाषा, भेद और उदाहरण – (संस्कृत व्याकरण)

शुभ् धातु के रूप – Shubh Dhatu Roop In Sanskrit

शुभ् धातु रूप: शुभ का अर्थ होता है अच्छा। वृहस्पति और शुक्र शुभ ग्रह हैं। गोधूलि की शुभ बेला में विवाह सम्पन्न हुआ। शुभ कार्य करने के लिये वे सदैव तत्पर रहते हैं।शुभा मुद्गल भारत की एक प्रसिद्ध हिन्दुस्तानी शास्त्रीय संगीत, खयाल, टुमरी, दादरा और प्रचलित पॉप संगीत गायिका हैं।

शुभ् (=शोभता है) – Shubh (= Shobhata Hai)

लट् लकार (वर्तमानकाल) – Lat Lakar (Present Tense)

पुरुष एकवचन द्विवचन बहुवचन
प्रथम पुरुष शोभते शोभेते शोभन्ते
मध्यम पुरुष शोभसे शोभेथे शोभध्वे
उत्तम पुरुष शोभे शोभावहे शोभामहे

लृट् लकार (सामान्य भविष्यत्काल) – Lrit Lakar (Normal Future Tense)

पुरुष एकवचन द्विवचन बहुवचन
प्रथम पुरुष शोभिष्यते शोभिष्येते शोभिष्यन्ते
मध्यम पुरुष शोभिष्यसे शोभिष्येथे शोभिष्यध्वे
उत्तम पुरुष शोभिष्ये शोभिष्यावहे शोभिष्यामहे

लुङ् लकार (हतुहेतुमद् भविष्यत्काल) – Lud Lakar (Help Past Tense)

पुरुष एकवचन द्विवचन बहुवचन
प्रथम पुरुष अशोभिष्यत अशोभिष्येताम् अशोभिष्यध्वम्
मध्यम पुरुष अशोभिष्यथाः अशोभिष्यन्त अशोभिष्यावहि
उत्तम पुरुष अशोभिष्ये अशोभिष्येथाम् अशोभिष्यामहि

लङ् लकार (अनद्यतन भूतकाल) – Lad Lakar Anadhatan (Past Tense)

पुरुष एकवचन द्विवचन बहुवचन
प्रथम पुरुष अशोभत अशोभेताम् अशोभन्त
मध्यम पुरुष अशोभथाः अशोभेथाम् अशोभध्वम्
उत्तम पुरुष अशोभे अशोभावहि अशोभामहि

लोट् लकार (आदेशवाचक) – Lot Lakar (Commander)

पुरुष एकवचन द्विवचन बहुवचन
प्रथम पुरुष शोभताम् शोभेताम् शोभन्ताम्
मध्यम पुरुष शोभस्व शोभेथाम् शोभध्वम्
उत्तम पुरुष शोभै शोभावहै शोभामहै

विधिलिङ् लकार (अनुज्ञावाचक) – Vidhilid Lakar (License)

पुरुष एकवचन द्विवचन बहुवचन
प्रथम पुरुष शोभेत शोभेयाताम् शोभेरन्
मध्यम पुरुष शोभेथाः शोभेयाथाम् शोभेध्वम्
उत्तम पुरुष शोभेय शोभेवहि शोभेमहि

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