Avyayebhav Samas in Sanskrit – अव्ययीभाव समास – परिभाषा, उदाहरण, सूत्र, अर्थ – संस्कृत

अव्ययीभाव समास – Avyayebhav Samas Sanskrit

Avyayebhav Samas Sanskrit: जब विभक्ति आदि अर्थों में वर्तमान अव्यय पद का सुबन्त के साथ नित्य रूप से समास होता है, तब वह अव्ययीभाव समास होता है अथवा इसमें यह जानना चाहिए –

  1. इस समास का प्रथम शब्द अव्यय और द्वितीय संज्ञा शब्द होता है।
  2. अव्यय शब्द के अर्थ की अर्थात् पूर्व पदार्थ की प्रधानता होती है।
  3. समास के दोनों पद मिलकर अव्यय हो जाता है।
  4. अव्ययीभाव समास नपुंसकलिङ्ग के एकवचन में होता है।

अव्ययीभाव समास के उदाहरण – (Avyayebhav Samas Sanskrit Examples)

  • अव्ययपदम् – अव्ययस्यार्थः – विग्रहः – समस्तपदम्
  • अधि – सप्तमीविभक्त्यर्थे – हरौ इति – अधिहरि
  • उप – समीपार्थे – कृष्णस्य समीपम् – उपकृष्णम्
  • अनु – योग्यतार्थे – रूपस्य योग्यम् – अनुरूपम्
  • प्रति – वीप्सार्थे – दिनं दिनं प्रति – प्रतिदिनम्
  • निर्. – अभावार्थे – मक्षिकाणाम् अभावः – निर्मक्षिकम्
  • यथा– अनतिक्रमार्थे – शक्तिम् अनतिक्रम्य – यथाशक्ति

Avyayebhav Samas in Sanskrit

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